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ठूँठा आम
ठूँठा आम
प्रकाशक :
भारतीय ज्ञानपीठ |
प्रकाशित वर्ष : 2008 |
पृष्ठ :104
मुखपृष्ठ :
सजिल्द
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पुस्तक क्रमांक : 10364
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आईएसबीएन :9788126315246 |
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भारतीय सभ्यता, संस्कृति और समाज को प्रभावित करनेवाले कारकों की क्रिटिक है 'ठूँठा आम'….
भारतीय सभ्यता, संस्कृति और समाज को प्रभावित करनेवाले कारकों की क्रिटिक है 'ठूँठा आम'। कृतिकार भगवतशरण उपाध्याय भारतीय गौरव के गुणगायक रहे हैं। उन्होंने अपने लेखन में विविध भंगिमाएँ अपनाकर भारतीय परम्परा को प्रतिष्ठित किया है। बारह शीर्षकों में विभाजित इस संकलन में तत्कालीन अनेक विषयों पर स्केच और रिपोर्ताज हैं,
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